Ekta Quotes In Hindi
एकता मिटटी ने की तो इंट बनी,
इंट ने की तो दिवार बनी,
दिवार ने की तो घर बना,
ये सब बेजान चीजें है,
ये जब एक हो सकते है तो हम तो इन्सान है !! जो केवल अपना भला चाहता है वह दुर्योधन है,
जो अपनों का भला चाहता है वह युधिष्ठिर है,
और जो सबका भला चाहता है वह श्री कृष्ण है !! माला की तारीफ़ तो करते है सब,
क्योंकि मोती सबको दिखाई देते है,
तारीफ़ ऊस धागे की है साहेब,
जिसने सब को जोड़ रखा है !! एक समर्थ व्यक्ति के पीछे,
कई समर्थ साथी भी होते है,
अकेला कोई कुछ भी नहीं !! वो धागा ही तो था जिसने
छिपकर पूरा जीवन मोतियों को दे दिया,
और ये मोती अपनी तारीफ़ पर
इतराते रहे उम्र भर !! हमारी ताकत और स्थिरता के लिए
हमारे सामने जो ज़रूरी काम है,
उनमे लोगों में एकता और एकजुटता
स्थापित करने से बढ़ कर कोई काम नहीं है !! अकेले हम कितना कम,
हांसिल कर सकते है,
साथ में कितना ज्यादा !! मेरी समझ से प्रशाशन का
मूल विचार यह है की
समाज को एकजुट रखा जाये,
ताकि वह विकास कर सके
और अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ सके !! एकता के बिना जनशक्ति शक्ति नहीं है,
जब तक उसे ठीक तरह से
सामंजस्य में ना लाया जाए,
और एकजुट ना किया जाए,
और तब यह आध्यात्मिक शक्ति बन जाती है दुनिया के मजदूरों एकजुट हो जाओ,
तुम्हारे पास खोने को कुछ भी नहीं है,
सिवाय अपनी जंजीरों के !! अगर हम साथ आ जाए तो
कुछ भी असंभव नहीं है !! इस दुनिया में सभी
भेद-भाव किसी स्तर के है,
ना की प्रकार के,
क्योंकि एकता ही
सभी चीजों का रहस्य है !! एकता से हमारा अस्तित्व कायम रहता है,
विभाजन से हमारा पतन होता है !! एकता का प्रकाश इतना शक्तिशाली है,
की यह सारी पृथ्वी को रोशन कर सकता है !! एकता वो शक्ति है,
जहाँ सामूहिक कार्य और सहयोग है,
वहाँ अद्भुत चीजें हांसिल की जा सकती है !! बारिश की एक बूंद तूफ़ान की तुलना में क्या है ?
एक विचार मन की तुलना में क्या है ?
हमारी एकता आश्चर्य से पूर्ण है,
जो तुम्हारा छोटा व्यक्तिवाद
धारण भी नहीं कर सकता है !! एकता का किला सबसे सुरक्षित होता है,
न वह टूटता है और न उसमें रहने वाला
कभी दुखी होता है !!
इंट ने की तो दिवार बनी,
दिवार ने की तो घर बना,
ये सब बेजान चीजें है,
ये जब एक हो सकते है तो हम तो इन्सान है !! जो केवल अपना भला चाहता है वह दुर्योधन है,
जो अपनों का भला चाहता है वह युधिष्ठिर है,
और जो सबका भला चाहता है वह श्री कृष्ण है !! माला की तारीफ़ तो करते है सब,
क्योंकि मोती सबको दिखाई देते है,
तारीफ़ ऊस धागे की है साहेब,
जिसने सब को जोड़ रखा है !! एक समर्थ व्यक्ति के पीछे,
कई समर्थ साथी भी होते है,
अकेला कोई कुछ भी नहीं !! वो धागा ही तो था जिसने
छिपकर पूरा जीवन मोतियों को दे दिया,
और ये मोती अपनी तारीफ़ पर
इतराते रहे उम्र भर !! हमारी ताकत और स्थिरता के लिए
हमारे सामने जो ज़रूरी काम है,
उनमे लोगों में एकता और एकजुटता
स्थापित करने से बढ़ कर कोई काम नहीं है !! अकेले हम कितना कम,
हांसिल कर सकते है,
साथ में कितना ज्यादा !! मेरी समझ से प्रशाशन का
मूल विचार यह है की
समाज को एकजुट रखा जाये,
ताकि वह विकास कर सके
और अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ सके !! एकता के बिना जनशक्ति शक्ति नहीं है,
जब तक उसे ठीक तरह से
सामंजस्य में ना लाया जाए,
और एकजुट ना किया जाए,
और तब यह आध्यात्मिक शक्ति बन जाती है दुनिया के मजदूरों एकजुट हो जाओ,
तुम्हारे पास खोने को कुछ भी नहीं है,
सिवाय अपनी जंजीरों के !! अगर हम साथ आ जाए तो
कुछ भी असंभव नहीं है !! इस दुनिया में सभी
भेद-भाव किसी स्तर के है,
ना की प्रकार के,
क्योंकि एकता ही
सभी चीजों का रहस्य है !! एकता से हमारा अस्तित्व कायम रहता है,
विभाजन से हमारा पतन होता है !! एकता का प्रकाश इतना शक्तिशाली है,
की यह सारी पृथ्वी को रोशन कर सकता है !! एकता वो शक्ति है,
जहाँ सामूहिक कार्य और सहयोग है,
वहाँ अद्भुत चीजें हांसिल की जा सकती है !! बारिश की एक बूंद तूफ़ान की तुलना में क्या है ?
एक विचार मन की तुलना में क्या है ?
हमारी एकता आश्चर्य से पूर्ण है,
जो तुम्हारा छोटा व्यक्तिवाद
धारण भी नहीं कर सकता है !! एकता का किला सबसे सुरक्षित होता है,
न वह टूटता है और न उसमें रहने वाला
कभी दुखी होता है !!
Ads go here
Comments