Prernadayak Quotes In Hindi
लोगो की कमजोरियों का पता लगाने से अच्छा है,
मनुष्य अपने दुर्गुणों और कमजोरियों का पता लगाए !! किसी को कभी दुःख मत देना क्यूंकि,
दी हुई चीज एक दिन हजार गुनी होकर लौटती है !! सार्थक और प्रभावी उपदेश सिर्फ वह है,
जो वाणी से नहीं अपने आचरण से प्रस्तुत किया जाता है !! अगर अँधा अंधे का नेतृत्व करेगा,
तो दोनों खाई में गिरेंगे !! मुर्ख लोगो से कभी बहस नहीं करनी चाहिए,
वो पहले आपको अपने स्तर पर ले आयेंगे,
और फिर अपने अनुभव से आपको हरा देंगे !! इन्सान के जिस्म का सबसे खुबसूरत हिस्सा दिल है,
और अगर वो ही साफ़ ना हो तो चमकता चहेरा किसी काम का नहीं !! बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते है,
परन्तु बोलने के बाद मनुष्य शब्दों के वश में हो जाता है !! जब तक आप अपनी समस्याओ एवं कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते है,
तब तक आप अपनी समस्याओ एवं कठनाइयो को मिटा नहीं सकते !! पानी की तरह बनो जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है,
पत्थर की तरह नहीं जो दूसरों का रास्ता भी रोक लेता है !! जिस चीज का डर लगता है वही चीज करो,
डर हंमेशा के लिए ख़त्म हो जाएगा !! दूसरों को सहयोग देना ही,
उन्हें अपना सहयोगी बनाना है !! अपनी बातों को सदैव ध्यानपूर्वक कहे,
क्यूंकि हम तो कहकर भूल जाते है,
लेकिन लोग उसे याद रखते है !! सफाई देने में अपना समय व्यर्थ ना करे,
लोग वही सुनते है जो वो सुनना चाहते है !! बोले गए शब्द ही एसी चीज है जिसकी वजह से इंसान,
या तो दिल में उतर जाता है या दिल से उतर जाता है !! उपेक्षा और उदासी बरतने से,
घनिष्टता घट जाती है !! पीपल के पत्तों जैसा मत बनिए जो वक्त आने पर सूख कर गिर जाते है,
बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनिए जो पिस कर भी दूसरों की जिंदगी में रँग भर देते है !! लोग दूसरों की बुराई करने में जो वक्त लगाते है,
उस वक्त में खुद को बहेतर बनाने में काम करे तो,
दुनिया बदलते देर नहीं लगती !! दुनिया विरोध करे तो तुम ङरो मत,
क्यूंकि जिस पेङ पर फल लगते है दुनिया उसे ही पत्थर मारती है !! मैं और मेरा बस इसीने है घेरा,
आज का इन्सान बहार से समुद्र हो रहा है,
और अन्दर से खाली हो रहा है !! कोई भी व्यक्ति तुम्हारे पास तिन कारणों से आता है,
भाव से, अभाव से और प्रभाव से,
यदि भाव से आया है तो उसे प्रेम दो,
अभाव में आया है तो उसे मदद करो,
और यदि प्रभाव से आया है तो प्रसन्न हो जाओ
की परमात्मा ने तुम्हे इतनी क्षमता दी है !! दरिया बनकर किसीको डुबाने से बेहतर है,
की जरिया बनकर किसीको बचाया जाए !! कुछ बनना है तो शौक से बनो,
पर एक ख़याल रखना की भीड़ का हिस्सा मत बनो,
हाँ, भीड़ जिसके लिए जुटे वो किस्सा जरुर बनना !! अंधे को मंदिर आया देखकर लोग हंसकर बोले की,
मंदिर में दर्शन के लिए आये तो हो
पर क्या भगवान् को देख पाओगे ?
अंधे ने मुस्कुरा के कहा की,
क्या फर्क पड़ता है, मेरा भगवान् तो मुझे देख लेगा.
द्रष्टि नहीं द्रष्टिकोण सही होना चाहिए !! इतनी उंचाई न देना प्रभु की धरती पराई लगने लगे,
इतनी खुशिया न देना की किसीके दुःख पे हंसी आने लगे,
नहीं चाहिए ऐसी शक्ति जिसका निर्बल पर प्रयोग करू,
नहीं चाहिए ऐसा भाव की किसीको देख जल-जल मरू,
एसा ज्ञान मुझे न देना अभिमान जिसका होने लगे,
एसी चतुराई भी न देना की लोगो को छलने लगे !! संगत से इन्सान के स्वभाव पर कोई फर्क नहीं पड़ता,
क्यूंकि विभीषण रावण के साथ रहकर भी नहीं बिगड़ा,
और कैकेयी राम के साथ रहकर भी नहीं सुधरी !! आज आप जहाँ भी है या कल जहाँ भी होंगे,
इसके लिए आप किसी और को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते !! एक खुबसूरत दिल हजार खुबसूरत
चहेरों से ज्यादा बेहतर होता है,
इसलिए जिन्दगी में हंमेशा ऐसे लोग चुनो,
जिनका दिल चहेरे से ज्यादा खुबसूरत हो !! जब हम विकट परिस्थिति से गुजर रहे होते है,
और प्रभु को मौन पाते है तो हमें याद रखना चाहिए
की परीक्षा के दौरान शिक्षक सदैव मौन ही रहते है !! अन्याय और अत्याचार करने वाला,
उतना दोषी नहीं माना जा सकता,
जितना की उसे सहन करने वाला !! किसीकी अच्छाई का इतना भी
फायदा मत उठाओ की
वो बुरा बनने के लिये मजबूर बन जाये,
बुरा हंमेशा वही बनता है
जो अच्छा बनकर टूट चुका होता है !! नदी में गिरने से कभी भी किसी की मौत नहीं होती,
मौत तो तब होती है जब उसे तैरना नहीं आता,
ठीक उसी तरह परिस्थितियाँ कभी भी
हमारे लिए समस्या नहीं बनती,
समस्या तो तब बनती है
जब हमें परिस्थितियों से निपटना नहीं आता !! इन्सान बुजदिल इतना है की ख्वाब में भी डर जाता है,
और बहादुर इतना की अपने रब से भी नहीं डरता !! मीठा शहद बनाने वाली मधुमख्खी भी
डंक मारने से नहीं चुकती,
इसलिए सदैव होशियार रहे,
बहुत मीठा बोलने वाले भी
हनी नहीं हानि दे सकते है !! जो बात दिल में है उसे बोलने की हिम्मत रखो,
और जो बात किसीके दिल में है,
उसको समझने की समझ रखो !! द्रष्टि बदली जा सकती है, सृष्टि नहीं,
द्रष्टि बदले, सृष्टि बदली नजर आएगी !! तेवर और जेवर संभाल के रखने की चीज है,
यूँ बात बात पे हर किसीको दिखाए नहीं जाते !! दूसरों पर तो अक्सर तमाशबीन भी हँस लिया करते है,
अगर जिंदादिल हो तो कभी खुद पे भी हँस के दिखाओ !! किसीको हराना बहुत आसान होता है,
लेकिन किसीको जिताना बहुत कठिन होता है !! यहाँ हर किसीको दरारों में झाकने की आदत है,
दरवाजा खोल दो तो कोई पूछने भी नहीं आएगा !! खुद की किंमत रखिये उतनी ही,
जितनी अदा कर सके,
अगर अनमोल हो गए तो
तनहा रह जाओगे !! आकर्षण तो कहीं भी हो सकता है,
पर समर्पण तो कहीं कहीं होता है !! अपनी भूख का इल्जाम उस खुदा को मत दे,
वो माँ के पेट में भी बच्चों को पाल देता है !! जिन्दगी में इन्सान किसी चीज की सच्ची किंमत
केवल दो ही हालातों में समझ पाता है,
उसको पाने से पहले और उसको खोने के बाद !! दिल साफ़ करके मुलाक़ात की आदत डालो,
गर्द हटती है तो आईने भी चमक उठते है !! अपनी कमजोरियों का जिक्र
कभी न करना जमाने से,
लोग कटी पतंग को
जमकर लुटा करते है !! रास्ता देख कर चल
वरना ये दिन ऐसे है की,
गूंगे पत्थर भी
सवालात करेंगे तुझसे !! इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये की
आपने क्या करने के लिए सोचा है,
बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये
और इस काम को करने के लिए दृढ रहिये !! इन्सान को यह देखना चाहिए की क्या है,
यह नहीं की उसके अनुसार क्या होना चाहिए !! जिस व्यक्ति के पास कल्पना नहीं है,
उसके पास पंख नहीं है !! बड़ा वेतन और छोटी जिम्मेदारी,
शायद ही कभी एक साथ पाए जाते है !! ऐसा कोई गुप्त काम न करो की,
उसे दुसरो से छिपाने की जरूरत पड़े !! सज्जनों का यह लक्षण है,
की वे सदैव दया करनेवाले
और करुणाशील होते है !! अपना बोझ दुसरे पर न लादना,
और बिना संकोच दान करना,
बड़े साहस का काम है !! सेवा से शत्रु भी मित्र हो जाता है !! आजकल की नादानी भी सच में बेमिसाल है,
अँधेरा दिल में है और लोग दिए मंदिरों में जलाते है !! फितरत, सोच और हालात में फर्क है,
वरना इन्सान कैसा भी
हो दिल का बुरा नहीं होता !! जरुरी नहीं की इन्सान प्यार की मूरत हो,
सुंदर और बेहद खुबसूरत हो,
अच्छा तो वही इन्सान होता है,
जो तब आपके साथ हो
जब आपको उसकी जरुरत हो !! नजरअंदाज करो उन लोगों को,
जो आपके बारे में
पीठ पीछे बात करते है,
क्योंकि वे उसी जगह रहने
लायक है आपके पीछे !! अपनी कमजोरी उन्हें ही बताये,
जो हर हाल में मजबूती से
आपके साथ खड़े हो,
क्यूंकि रिश्ता हो या मोबाइल,
नेटवर्क न हो तो लोग
गेम खेलने लगते है !!
मनुष्य अपने दुर्गुणों और कमजोरियों का पता लगाए !! किसी को कभी दुःख मत देना क्यूंकि,
दी हुई चीज एक दिन हजार गुनी होकर लौटती है !! सार्थक और प्रभावी उपदेश सिर्फ वह है,
जो वाणी से नहीं अपने आचरण से प्रस्तुत किया जाता है !! अगर अँधा अंधे का नेतृत्व करेगा,
तो दोनों खाई में गिरेंगे !! मुर्ख लोगो से कभी बहस नहीं करनी चाहिए,
वो पहले आपको अपने स्तर पर ले आयेंगे,
और फिर अपने अनुभव से आपको हरा देंगे !! इन्सान के जिस्म का सबसे खुबसूरत हिस्सा दिल है,
और अगर वो ही साफ़ ना हो तो चमकता चहेरा किसी काम का नहीं !! बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते है,
परन्तु बोलने के बाद मनुष्य शब्दों के वश में हो जाता है !! जब तक आप अपनी समस्याओ एवं कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते है,
तब तक आप अपनी समस्याओ एवं कठनाइयो को मिटा नहीं सकते !! पानी की तरह बनो जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है,
पत्थर की तरह नहीं जो दूसरों का रास्ता भी रोक लेता है !! जिस चीज का डर लगता है वही चीज करो,
डर हंमेशा के लिए ख़त्म हो जाएगा !! दूसरों को सहयोग देना ही,
उन्हें अपना सहयोगी बनाना है !! अपनी बातों को सदैव ध्यानपूर्वक कहे,
क्यूंकि हम तो कहकर भूल जाते है,
लेकिन लोग उसे याद रखते है !! सफाई देने में अपना समय व्यर्थ ना करे,
लोग वही सुनते है जो वो सुनना चाहते है !! बोले गए शब्द ही एसी चीज है जिसकी वजह से इंसान,
या तो दिल में उतर जाता है या दिल से उतर जाता है !! उपेक्षा और उदासी बरतने से,
घनिष्टता घट जाती है !! पीपल के पत्तों जैसा मत बनिए जो वक्त आने पर सूख कर गिर जाते है,
बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनिए जो पिस कर भी दूसरों की जिंदगी में रँग भर देते है !! लोग दूसरों की बुराई करने में जो वक्त लगाते है,
उस वक्त में खुद को बहेतर बनाने में काम करे तो,
दुनिया बदलते देर नहीं लगती !! दुनिया विरोध करे तो तुम ङरो मत,
क्यूंकि जिस पेङ पर फल लगते है दुनिया उसे ही पत्थर मारती है !! मैं और मेरा बस इसीने है घेरा,
आज का इन्सान बहार से समुद्र हो रहा है,
और अन्दर से खाली हो रहा है !! कोई भी व्यक्ति तुम्हारे पास तिन कारणों से आता है,
भाव से, अभाव से और प्रभाव से,
यदि भाव से आया है तो उसे प्रेम दो,
अभाव में आया है तो उसे मदद करो,
और यदि प्रभाव से आया है तो प्रसन्न हो जाओ
की परमात्मा ने तुम्हे इतनी क्षमता दी है !! दरिया बनकर किसीको डुबाने से बेहतर है,
की जरिया बनकर किसीको बचाया जाए !! कुछ बनना है तो शौक से बनो,
पर एक ख़याल रखना की भीड़ का हिस्सा मत बनो,
हाँ, भीड़ जिसके लिए जुटे वो किस्सा जरुर बनना !! अंधे को मंदिर आया देखकर लोग हंसकर बोले की,
मंदिर में दर्शन के लिए आये तो हो
पर क्या भगवान् को देख पाओगे ?
अंधे ने मुस्कुरा के कहा की,
क्या फर्क पड़ता है, मेरा भगवान् तो मुझे देख लेगा.
द्रष्टि नहीं द्रष्टिकोण सही होना चाहिए !! इतनी उंचाई न देना प्रभु की धरती पराई लगने लगे,
इतनी खुशिया न देना की किसीके दुःख पे हंसी आने लगे,
नहीं चाहिए ऐसी शक्ति जिसका निर्बल पर प्रयोग करू,
नहीं चाहिए ऐसा भाव की किसीको देख जल-जल मरू,
एसा ज्ञान मुझे न देना अभिमान जिसका होने लगे,
एसी चतुराई भी न देना की लोगो को छलने लगे !! संगत से इन्सान के स्वभाव पर कोई फर्क नहीं पड़ता,
क्यूंकि विभीषण रावण के साथ रहकर भी नहीं बिगड़ा,
और कैकेयी राम के साथ रहकर भी नहीं सुधरी !! आज आप जहाँ भी है या कल जहाँ भी होंगे,
इसके लिए आप किसी और को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते !! एक खुबसूरत दिल हजार खुबसूरत
चहेरों से ज्यादा बेहतर होता है,
इसलिए जिन्दगी में हंमेशा ऐसे लोग चुनो,
जिनका दिल चहेरे से ज्यादा खुबसूरत हो !! जब हम विकट परिस्थिति से गुजर रहे होते है,
और प्रभु को मौन पाते है तो हमें याद रखना चाहिए
की परीक्षा के दौरान शिक्षक सदैव मौन ही रहते है !! अन्याय और अत्याचार करने वाला,
उतना दोषी नहीं माना जा सकता,
जितना की उसे सहन करने वाला !! किसीकी अच्छाई का इतना भी
फायदा मत उठाओ की
वो बुरा बनने के लिये मजबूर बन जाये,
बुरा हंमेशा वही बनता है
जो अच्छा बनकर टूट चुका होता है !! नदी में गिरने से कभी भी किसी की मौत नहीं होती,
मौत तो तब होती है जब उसे तैरना नहीं आता,
ठीक उसी तरह परिस्थितियाँ कभी भी
हमारे लिए समस्या नहीं बनती,
समस्या तो तब बनती है
जब हमें परिस्थितियों से निपटना नहीं आता !! इन्सान बुजदिल इतना है की ख्वाब में भी डर जाता है,
और बहादुर इतना की अपने रब से भी नहीं डरता !! मीठा शहद बनाने वाली मधुमख्खी भी
डंक मारने से नहीं चुकती,
इसलिए सदैव होशियार रहे,
बहुत मीठा बोलने वाले भी
हनी नहीं हानि दे सकते है !! जो बात दिल में है उसे बोलने की हिम्मत रखो,
और जो बात किसीके दिल में है,
उसको समझने की समझ रखो !! द्रष्टि बदली जा सकती है, सृष्टि नहीं,
द्रष्टि बदले, सृष्टि बदली नजर आएगी !! तेवर और जेवर संभाल के रखने की चीज है,
यूँ बात बात पे हर किसीको दिखाए नहीं जाते !! दूसरों पर तो अक्सर तमाशबीन भी हँस लिया करते है,
अगर जिंदादिल हो तो कभी खुद पे भी हँस के दिखाओ !! किसीको हराना बहुत आसान होता है,
लेकिन किसीको जिताना बहुत कठिन होता है !! यहाँ हर किसीको दरारों में झाकने की आदत है,
दरवाजा खोल दो तो कोई पूछने भी नहीं आएगा !! खुद की किंमत रखिये उतनी ही,
जितनी अदा कर सके,
अगर अनमोल हो गए तो
तनहा रह जाओगे !! आकर्षण तो कहीं भी हो सकता है,
पर समर्पण तो कहीं कहीं होता है !! अपनी भूख का इल्जाम उस खुदा को मत दे,
वो माँ के पेट में भी बच्चों को पाल देता है !! जिन्दगी में इन्सान किसी चीज की सच्ची किंमत
केवल दो ही हालातों में समझ पाता है,
उसको पाने से पहले और उसको खोने के बाद !! दिल साफ़ करके मुलाक़ात की आदत डालो,
गर्द हटती है तो आईने भी चमक उठते है !! अपनी कमजोरियों का जिक्र
कभी न करना जमाने से,
लोग कटी पतंग को
जमकर लुटा करते है !! रास्ता देख कर चल
वरना ये दिन ऐसे है की,
गूंगे पत्थर भी
सवालात करेंगे तुझसे !! इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये की
आपने क्या करने के लिए सोचा है,
बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये
और इस काम को करने के लिए दृढ रहिये !! इन्सान को यह देखना चाहिए की क्या है,
यह नहीं की उसके अनुसार क्या होना चाहिए !! जिस व्यक्ति के पास कल्पना नहीं है,
उसके पास पंख नहीं है !! बड़ा वेतन और छोटी जिम्मेदारी,
शायद ही कभी एक साथ पाए जाते है !! ऐसा कोई गुप्त काम न करो की,
उसे दुसरो से छिपाने की जरूरत पड़े !! सज्जनों का यह लक्षण है,
की वे सदैव दया करनेवाले
और करुणाशील होते है !! अपना बोझ दुसरे पर न लादना,
और बिना संकोच दान करना,
बड़े साहस का काम है !! सेवा से शत्रु भी मित्र हो जाता है !! आजकल की नादानी भी सच में बेमिसाल है,
अँधेरा दिल में है और लोग दिए मंदिरों में जलाते है !! फितरत, सोच और हालात में फर्क है,
वरना इन्सान कैसा भी
हो दिल का बुरा नहीं होता !! जरुरी नहीं की इन्सान प्यार की मूरत हो,
सुंदर और बेहद खुबसूरत हो,
अच्छा तो वही इन्सान होता है,
जो तब आपके साथ हो
जब आपको उसकी जरुरत हो !! नजरअंदाज करो उन लोगों को,
जो आपके बारे में
पीठ पीछे बात करते है,
क्योंकि वे उसी जगह रहने
लायक है आपके पीछे !! अपनी कमजोरी उन्हें ही बताये,
जो हर हाल में मजबूती से
आपके साथ खड़े हो,
क्यूंकि रिश्ता हो या मोबाइल,
नेटवर्क न हो तो लोग
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