Sach Jhoot Quotes In Hindi
सत्य परेशान हो सकता है,
लेकिन पराजित कभी नहीं !! मनुष्य को तब तक कुछ भी सच नहीं लगता,
जब तक वो उसका स्वयं अनुभव नहीं कर लेता !! अगर आप सच बोलते है तो,
आपको अधिक याद रखने की जरुरत नहीं !! कौन कहता है की इन्सान रंग नहीं बदलता,
किसीके मुह पे एक सच बोल के तो देखिये,
एक नया ही रंग सामने आएगा !! सच्चा व्यक्ति न तो नास्तिक होता है और न तो आस्तिक होता है,
बल्कि सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है !! सच सुनने से न जाने क्यूँ कतराते है लोग,
सुनकर झूठी तारीफ़ खूब मुस्कुराते है लोग !! न रख रिश्तों की बुनियादों में कोई झूठ का पत्थर,
लहर जब तेज आती है तो घरौंदे टूट जाते है !! झूठ मत बोले,
क्यूंकि एक छोटा झूठ भी
एक बड़ा अलगाव पैदा कर देता है !! जिसकी सोच में खुद्दारी की महक है,
जिसके इरादों में हौंसले की मिठास है,
और जिसकी नियत में सच्चाई का स्वाद है,
उसकी पूरी जिन्दगी महकता हुआ गुलाब है !! झूठ बेवजह दलिल देता है,
सच खुद अपना वकील होता है !! सब खामोश है यहाँ,
कोई आवाज नहीं करता,
सच बोलकर कोई किसीको,
नाराज नहीं करता !! आइना भला कब किसीको सच बता पाया है,
जब भी देखो दायाँ तो बायाँ ही नजर आया है !! हर शख्स दोहराता है ये जुमला हर रोज
की मुझे झूठ से नफरत है,
मैं परेशान हूँ यह सोचकर की,
आखिर झूठ बोलता कौन है !! तिन चीजें अधिक समय तक छिप नहीं सकती,
सूरज, चन्द्रमा और सत्य !! अगर आप सच देखना चाहते है,
तो ना सहमती और ना असहमति में राय रखिये !! कश्तियाँ गलतफहमियों की,
झूठ के समुद्र में
कब तक बेख़ौफ़ चलेगी ?
डूब जायेगी खुद ब खुद ही
जिस वक्त भी वह
सच के किनारों से मिलेगी !!
लेकिन पराजित कभी नहीं !! मनुष्य को तब तक कुछ भी सच नहीं लगता,
जब तक वो उसका स्वयं अनुभव नहीं कर लेता !! अगर आप सच बोलते है तो,
आपको अधिक याद रखने की जरुरत नहीं !! कौन कहता है की इन्सान रंग नहीं बदलता,
किसीके मुह पे एक सच बोल के तो देखिये,
एक नया ही रंग सामने आएगा !! सच्चा व्यक्ति न तो नास्तिक होता है और न तो आस्तिक होता है,
बल्कि सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है !! सच सुनने से न जाने क्यूँ कतराते है लोग,
सुनकर झूठी तारीफ़ खूब मुस्कुराते है लोग !! न रख रिश्तों की बुनियादों में कोई झूठ का पत्थर,
लहर जब तेज आती है तो घरौंदे टूट जाते है !! झूठ मत बोले,
क्यूंकि एक छोटा झूठ भी
एक बड़ा अलगाव पैदा कर देता है !! जिसकी सोच में खुद्दारी की महक है,
जिसके इरादों में हौंसले की मिठास है,
और जिसकी नियत में सच्चाई का स्वाद है,
उसकी पूरी जिन्दगी महकता हुआ गुलाब है !! झूठ बेवजह दलिल देता है,
सच खुद अपना वकील होता है !! सब खामोश है यहाँ,
कोई आवाज नहीं करता,
सच बोलकर कोई किसीको,
नाराज नहीं करता !! आइना भला कब किसीको सच बता पाया है,
जब भी देखो दायाँ तो बायाँ ही नजर आया है !! हर शख्स दोहराता है ये जुमला हर रोज
की मुझे झूठ से नफरत है,
मैं परेशान हूँ यह सोचकर की,
आखिर झूठ बोलता कौन है !! तिन चीजें अधिक समय तक छिप नहीं सकती,
सूरज, चन्द्रमा और सत्य !! अगर आप सच देखना चाहते है,
तो ना सहमती और ना असहमति में राय रखिये !! कश्तियाँ गलतफहमियों की,
झूठ के समुद्र में
कब तक बेख़ौफ़ चलेगी ?
डूब जायेगी खुद ब खुद ही
जिस वक्त भी वह
सच के किनारों से मिलेगी !!
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