Man Ki Shakti Quotes In Hindi
छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता,
टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता !! जिसने अपने मन को वश में कर लिया है,
उसकी जित को देवता भी हार में नहीं बदल सकते !! जो ब्रह्माण्ड के अन्दर परमात्मा के रूप में है,
वही शरीर के अन्दर आत्मा के रूप में होता है !! अगर आप में जज्बा है,
तो आप कुछ भी कर सकते है !! विश्व में अगर सबसे बड़ी जित होगी तो,
वह है अपने मन को जितना !! खुद में झाँकने के लिए जिगर चाहिए,
दूसरों की शिनाख्त में तो हर शख्स माहिर है !! लगन और योग्यता एक साथ मिले तो,
निश्चित ही एक अद्वितीय रचना का जन्म होता है !! मन हारकर मैदान नहीं जीते जाते,
ना मैदान जितने से मन को जीते जाते है !! कुछ कर गुजरने के लिए,
मौसम नहीं मन चाहिए,
साधन सभी जुट जायेंगे,
बस संकल्प का धन चाहिए !! देखने के लिए इतना कुछ होते हुए भी,
बंद आँखों से भीतर देखना सबसे बेहतर है !! सलाह देने वाले लोग होते हुए भी,
अपनी आत्मा की आवाज सुनना सबसे बेहतर है !! हुनर तो सबमें होता है,
फर्क सिर्फ इतना है की
किसीका छिप जाता है तो
किसीका छप जाते है !! छाता और दिमाग जब खुले हो,
तभी उचित प्रयोग में आते है,
वरना फिझुल में बोझ बढाते है !! दिमाग पेराशूट के सामान है,
वह तभी सही दिशा में कार्य करता है,
जबकि वह खुला हुआ हो !! एक उड़ते हुए गुब्बारे पर
क्या खूब लिखा था,
वो जो बाहर है वह नहीं
लेकिन वह जो भीतर है,
वही आपको ऊपर ले जाता है !! जो मन को नियंत्रित नहीं करते,
उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है !! प्रत्येक आत्मा स्वयं में
सर्वज्ञ और आनंदमय है,
आनंद बाहर से नहीं आता !! मन ही मनुष्य को स्वर्ग
या नरक में बिठा देता है,
स्वर्ग या नरक में जाने की
कुंजी भगवान ने हमारे हाथ में दे रखी है !! सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग
एक एसे चाकू की तरह है,
जिसमे सिर्फ ब्लेड है,
जो प्रयोग करने वाले के हाथ से
खून निकाल देता है !!
टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता !! जिसने अपने मन को वश में कर लिया है,
उसकी जित को देवता भी हार में नहीं बदल सकते !! जो ब्रह्माण्ड के अन्दर परमात्मा के रूप में है,
वही शरीर के अन्दर आत्मा के रूप में होता है !! अगर आप में जज्बा है,
तो आप कुछ भी कर सकते है !! विश्व में अगर सबसे बड़ी जित होगी तो,
वह है अपने मन को जितना !! खुद में झाँकने के लिए जिगर चाहिए,
दूसरों की शिनाख्त में तो हर शख्स माहिर है !! लगन और योग्यता एक साथ मिले तो,
निश्चित ही एक अद्वितीय रचना का जन्म होता है !! मन हारकर मैदान नहीं जीते जाते,
ना मैदान जितने से मन को जीते जाते है !! कुछ कर गुजरने के लिए,
मौसम नहीं मन चाहिए,
साधन सभी जुट जायेंगे,
बस संकल्प का धन चाहिए !! देखने के लिए इतना कुछ होते हुए भी,
बंद आँखों से भीतर देखना सबसे बेहतर है !! सलाह देने वाले लोग होते हुए भी,
अपनी आत्मा की आवाज सुनना सबसे बेहतर है !! हुनर तो सबमें होता है,
फर्क सिर्फ इतना है की
किसीका छिप जाता है तो
किसीका छप जाते है !! छाता और दिमाग जब खुले हो,
तभी उचित प्रयोग में आते है,
वरना फिझुल में बोझ बढाते है !! दिमाग पेराशूट के सामान है,
वह तभी सही दिशा में कार्य करता है,
जबकि वह खुला हुआ हो !! एक उड़ते हुए गुब्बारे पर
क्या खूब लिखा था,
वो जो बाहर है वह नहीं
लेकिन वह जो भीतर है,
वही आपको ऊपर ले जाता है !! जो मन को नियंत्रित नहीं करते,
उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है !! प्रत्येक आत्मा स्वयं में
सर्वज्ञ और आनंदमय है,
आनंद बाहर से नहीं आता !! मन ही मनुष्य को स्वर्ग
या नरक में बिठा देता है,
स्वर्ग या नरक में जाने की
कुंजी भगवान ने हमारे हाथ में दे रखी है !! सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग
एक एसे चाकू की तरह है,
जिसमे सिर्फ ब्लेड है,
जो प्रयोग करने वाले के हाथ से
खून निकाल देता है !!
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