Chinta Quotes In Hindi
अगर आप उन बातों और परिस्थतियों की वजह से,
चिंतित हो जाते हो जो आपके नियंत्रण में नहीं है,
तो इसका परिणाम समय की बरबादी एवं भविष्य में पछतावा है !! क्यूँ चिंता करते हो
यदि लोग तुम्हे नहीं समझते,
चिंता तो तुम्हे तब करनी चाहिए
जब तुम खुदको नहीं समझ पाते !! बीते कल का अफ़सोस और
आने वाले कल की चिंता
दो ऐसे चोर है जो
हमारे आज की खूबसूरती चुरा लेते है !! चिंता करोगे तो भटक जाओगे,
चिंतन करोगे तो भटके हुए को
रास्ता दिखाओगे !! सबको गिला है की बहुत कम मिला है,
जरा सोचिये की जितना आपको मिला है
उतना कितनो को मिला है !! आप कितनी ही चिंता क्यूँ न कर ले,
चिंता से एक छोटी सी समस्या भी
हल नहीं होगी !! क्यूँ चिंता करते हो
यदि लोग तुम्हे नहीं समझते,
चिंता तो तुम्हे तब करनी चाहिए,
जब तुम खुद को नहीं समझ पाते !! अगर तुम्हे नींद नहीं आ रही,
तो उठो और कुछ करो,
बजाये लेटे रहने और चिंता करने के,
नींद की कमी नहीं,
चिंता तुम्हे नुकसान पहुंचाती है !! चिंता उन लोगों द्वारा
भुगतान किया ब्याज है
जो उधार में मुसीबत लेते है !! अक्सर हमें थकान काम के कारण नहीं,
बल्कि चिंता, निराशा और
असंतोष के कारण होती है !! लोग क्या सोचेंगे इस बात की
चिंता करने की बजाये,
क्यों ना कुछ ऐसा करने में
समय लगाएं जिसे प्राप्त करने पर,
लोग आपकी प्रशंशा करें !! चिंता एक काली दीवार की भांति
चारों ओर से घेर लेती है,
जिसमें से निकलने की
फिर कोई गली नहीं सूझती !! कार्य की अधिकता
मनुष्य को नहीं मारती,
बल्कि चिंता मारती है !! अगर इन्सान सुख-दुःख की
चिंता से ऊपर उठ जाए,
तो आसमान की ऊंचाई भी
उसके पैरों तले आ जाए !! चिंताएं, परेशानियां, दुःख और तकलीफें
परिस्थितियों से लड़ने से नहीं दूर हो सकती,
वे दूर होंगी अपनी अंदरूनी कमजोरी
दूर करने से जिसके कारण ही
वे सचमुच पैदा हुई है !! बिस्तर पर चिंताओं को ले जाना,
पीठ पर गट्ठर बाँध कर सोना है !!
चिंतित हो जाते हो जो आपके नियंत्रण में नहीं है,
तो इसका परिणाम समय की बरबादी एवं भविष्य में पछतावा है !! क्यूँ चिंता करते हो
यदि लोग तुम्हे नहीं समझते,
चिंता तो तुम्हे तब करनी चाहिए
जब तुम खुदको नहीं समझ पाते !! बीते कल का अफ़सोस और
आने वाले कल की चिंता
दो ऐसे चोर है जो
हमारे आज की खूबसूरती चुरा लेते है !! चिंता करोगे तो भटक जाओगे,
चिंतन करोगे तो भटके हुए को
रास्ता दिखाओगे !! सबको गिला है की बहुत कम मिला है,
जरा सोचिये की जितना आपको मिला है
उतना कितनो को मिला है !! आप कितनी ही चिंता क्यूँ न कर ले,
चिंता से एक छोटी सी समस्या भी
हल नहीं होगी !! क्यूँ चिंता करते हो
यदि लोग तुम्हे नहीं समझते,
चिंता तो तुम्हे तब करनी चाहिए,
जब तुम खुद को नहीं समझ पाते !! अगर तुम्हे नींद नहीं आ रही,
तो उठो और कुछ करो,
बजाये लेटे रहने और चिंता करने के,
नींद की कमी नहीं,
चिंता तुम्हे नुकसान पहुंचाती है !! चिंता उन लोगों द्वारा
भुगतान किया ब्याज है
जो उधार में मुसीबत लेते है !! अक्सर हमें थकान काम के कारण नहीं,
बल्कि चिंता, निराशा और
असंतोष के कारण होती है !! लोग क्या सोचेंगे इस बात की
चिंता करने की बजाये,
क्यों ना कुछ ऐसा करने में
समय लगाएं जिसे प्राप्त करने पर,
लोग आपकी प्रशंशा करें !! चिंता एक काली दीवार की भांति
चारों ओर से घेर लेती है,
जिसमें से निकलने की
फिर कोई गली नहीं सूझती !! कार्य की अधिकता
मनुष्य को नहीं मारती,
बल्कि चिंता मारती है !! अगर इन्सान सुख-दुःख की
चिंता से ऊपर उठ जाए,
तो आसमान की ऊंचाई भी
उसके पैरों तले आ जाए !! चिंताएं, परेशानियां, दुःख और तकलीफें
परिस्थितियों से लड़ने से नहीं दूर हो सकती,
वे दूर होंगी अपनी अंदरूनी कमजोरी
दूर करने से जिसके कारण ही
वे सचमुच पैदा हुई है !! बिस्तर पर चिंताओं को ले जाना,
पीठ पर गट्ठर बाँध कर सोना है !!
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